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तइयं ठाणं (बीओ उद्देसो)
५५५ १५६. एवं- जहा चमरस्स जाव' अग्गमहिसीणं ।। १६०. एवं जाव' अच्चुतस्स लोगपालाणं ।। जाम-पदं १६१. तओ जामा पण्णत्ता, तं जहा--पढमे जामे, मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे ।। १६२. तिहिं जामेहिं आया केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्ज सवणयाए, तं जहा–पढमे
जामे, मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे ।। १६३. “तिहिं जामेहिं आया केवलं बोधि बुज्झज्जा, तं जहा-पढमे जामे, मज्झिमे
जामे, पच्छिमे जामे ॥ १६४. तिहिं जामेहि आया केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइज्जा, तं
जहा-पढमे जामे, मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे ।। १६५. तिहिं जामेहिं आया केवलं बंभचेरवासमावसेज्जा, तं जहा-पढमे जामे,
मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे ॥ १६६. तिहिं जामेहि आया केवलेणं संजमेणं संजमेज्जा, तं जहा--पढमे जामे, मज्झिमे
जामे, पच्छिमे जामे ॥ १६७. तिहिं जामेहिं आया केवलेणं संवरेणं संवरेज्जा, तं जहा-पढमे जामे, मज्झिमे
जामे, पच्छिमे जामे ॥ १६८. तिहिं जामेहि आया केवलमाभिणिबोहियणाणं उप्पाडेज्जा, तं जहा-पढमे
जामे, मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे ।। १६६. तिहिं जामेहिं आया केवलं सुयणाणं उप्पाडेज्जा, तं जहा-पढमे जामे, मज्झिमे
जामे, पच्छिमे जामे ॥ १७०. तिहिं जामेहिं आया केवलं ओहिणाणं उप्पाडेज्जा, तं जहा–पढमे जामे,
मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे ।। १७१. तिहिं जामेहिं आया केवलं मणपज्जवणाणं उप्पाडेज्जा, तं जहा—पढमे जामे,
मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे ।। १७२. तिहिं जामेहिं आया केवलं केवलणाणं उप्पाडेज्जा, तं जहा-पढमे जामे,
मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे ।। वय-पदं १७३. तओ वया पण्णत्ता, तं जहा–पढमे वए", मज्झिमे वए, पच्छिमे वए । १७४. तिहिं वएहिं आया केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्ज सवणयाए, तं जहा-पढमे वए,
मज्झिमे वए, पच्छिमे वए।
१. ठा० ३११४४-१४७ । २. ठा० २।३८०-३८४ ।
३. सं० पा०-एवं जाव केवलणाणं । ४. वते (क, ख, ग)।
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