________________ (6) अचेलपरीषह (7) अरतिपरीषह (7) स्त्रीपरीषह (9) चर्यापरीषह (12) निपद्यापरीषह (11) शय्यापरीषह (12) आक्रोशपरीषह (13) वधपरीषह (14) याचनापरीषह (15) अलाभपरीपह (16) रोगपरीषह (17) तृणस्पर्शपरीषह (18) जल्लपरोषह (19) सत्कार-पुरस्कारपरीषद (20) प्रजापरीषह (21) अज्ञानपरोषह (22) दर्शनपरोषह उपसंहार तृतीय अध्ययन : चतुरंगीय अध्ययन-मार महादुर्लभ चार अंग मनुष्यत्व-दुर्लभता के दस दृष्टान्त धर्मश्रवण की दुर्लभता धर्मश्रद्धा की दुर्लभता संयम में पुरुषार्थ की दुर्लभता दुर्लभ चतुरंग की प्राप्ति का अनन्तर फल दुर्लभ चतुरंग की प्राप्ति का परम्परा फल चतुर्थ अध्ययन : असंस्कृत अध्ययन-मार असंस्कृत जीवन और प्रमाद त्याग की प्रतिज्ञा प्रमतकृत विविध पापकर्मों के परिणाम जीवन के प्रारम्भ से अन्त तक प्रतिक्षण अप्रमाद का उपदेश विषयों के प्रति रागद्वेष एवं कषायों से प्रात्मरक्षा की प्रेरणा अधर्मी जनों से सदा दूर रह कर अन्तिम समय तक प्रात्मगुणाराधना करे Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org