________________ सप्तम वक्षस्कार] [355 मास, पक्ष आदि 185. एगमेगस्स णं भन्ते संवच्छरस्स कइ मासा पण्णत्ता ? गोयमा! दुवालस मासा पण्णत्ता। तेसि णं दुविहा णामधेज्जा पण्णत्ता, तं जहा-लोइया लोउत्तरिया य / तत्थ लोइया गामा इमे, तं जहा-सावणे, भद्दवए (प्रासोए, कत्तिए, मियसिरे, पोसे, माहे, फग्गुणे, चइत्ते, वेसाहे, जे?) आसाढे / लोउत्तरिया णामा इमे, तं जहा अभिणदिए पइ8 अ, विजए पीइवद्धणे। सेअंसे य सिवे चेव, सिसिरे अ सहेमवं // 1 // णवमें वसंतमासे, दसमे कुमुमसंभवे / एक्कारसे निदाहे अ, वणविरोहे अ बारसमे // 2 // एगमेगस्स णं भन्ते ! मासस्स कति पक्खा पण्णत्ता ? गोयमा ! दो पक्खा पण्णत्ता, तं जहा–बहुल-पक्खे असुक्क-पक्खे प्र। एगमेगस्स गं भन्ते ! पक्खस्स कइ दिवसा पण्णता? गोयमा ! पण्णरस दिवसा पण्णत्ता, तं जहा-पडिवादिवसे वितिप्रादिवसे (ततिआदिवसे, चउत्थोदिवसे, पंचमोदिवसे, छट्ठीदिवसे, सत्तमीदिवसे, अट्ठमोदिवसे, गवमोदिवसे, दसमीदिवसे, एगारसीदिवसे बारसीदिवसे तेरसोदिवसे, चउद्दसीदिवसे) पण्णरसोदिवसे / एतेसि णं भंते ! पण्णरसण्हं दिवसाणं कह णामधेज्जा पण्णत्ता ? गोयमा ! पण्णरस णामधेज्जा पण्णत्ता, तं जहा पुन्वंगे सिद्धमणोरमे अ तत्तो भणोरहे चेव / जसभद्दे अ जसघरे छ8 सव्वकामसमिद्धे अ॥१॥ इंदमुद्धाभिसित्ते अ सोमणस-धणंजए अबोद्धव्वे / प्रत्थसिद्ध अभिजाए अच्चसणे सयंजए चेव // 2 // अग्गिवेसे उसमे दिवसाणं होंति णामधेज्जा। एतेसि णं भंते ! पण्णरसण्हं दिवसाणं कति तिही पण्णत्ता ? गोयमा ! पण्णरस तिही पण्णत्ता, तं जहा गंदे भद्दे जए तुच्छे पुण्णे पक्खस्स पंचमी। पुणरवि-शंदे भद्दे जए तुच्छे पुणे पक्खस्स दसमी / पुणरवि–णंदे भद्दे जए तुच्छे पुण्णे पक्खस्स पग्णरसी, एवं ते तिगुणा तिहोओ सव्वेसि दिवसाणंति। एगमेगस्स णं भंते ! पक्खस्स कइ राईनो पण्णत्ताणो ? गोयमा! पण्णरस राईपो पण्णत्तानो, तं जहा-पडिवाराई, (वितिआराई, ततिआराई, चउत्थोराई, पंचमीराई, छट्ठीराई, सत्तमीराई, अट्ठमीराई, णवमीराई, दसमीराई, एगारसोराई, बारसी-राई, तेरसी-राई, चउद्दसी-राई) पण्णरसी-राई। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org