________________ 668] [ स्थानाङ्गसूत्र सूक्ष्मजीय-सूत्र २४--दस सुहुमा पण्णत्ता, तं जहा--पाणसुहुमे, पणगसुहुमे, (बीयसुहमे, हरितसुहुमे, पुप्फसुहुने, अंडसुहुमे, लेणसुहुमे) सिणेहसुहुमे, गणियसुहुमे, भंगसुहुमे। सूक्ष्म दश प्रकार के कहे गये हैं / जैसे१. प्राण-सूक्ष्म-सूक्ष्मजीव, 2. पनक सूक्ष्म-काई आदि / 3. बीज-सूक्ष्म-धान्य आदि का अग्रभाग, 4. हरितसूक्ष्म-सूक्ष्मतण आदि, 5. पुष्प-सूक्ष्म-वट आदि के पुष्प 6. अण्डसूक्ष्म-चींटी आदि के अण्डे 7. लयनसूक्ष्म-कीड़ीनगरा, 8. स्नेहसूक्ष्य–ोस आदि, 6. गणितसूक्ष्म-सूक्ष्म बुद्धिगम्य गणित, 10. भंगसूक्ष्म--सूक्ष्म बुद्धिगम्य विकल्प(२५)। महानदी-सूत्र २५-जंबुद्दीवे दोवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणणं गंगा-सिंधु-महाणदोनो दस महाणदीपो समति, तं जहा---जउणा, सरऊ, प्रावी, कोसी, मही, सतद, वितत्था, विभासा, एरावती, चंदभागा। ___ जम्बूद्वीप नामक द्वीप में मन्दरपर्वत के दक्षिण में गंगा-सिन्धु महानदी में दश महानदियां मिलती हैं / जैसे 1. यमुना, 2. सरयू, 3. आवी, 4. कोशी, 5. मही, 6. शतद्र, 7. वितस्ता, 8. विपाशा, 6. ऐरावती, 10. चन्द्रभागा (25) / २६-जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पब्वयस्स उत्तरे णं रत्ता-रत्तवतीनो महाणदीयो दस महाणदोनो समति, तं जहा-किण्हा, महाकिण्हा, णीला, महाणीला, महातीरा, इंदा, (इंदसेणा, सुसेणा, वारिसेणा), महाभोगा। ___ जम्बूद्वीप नामक द्वीप में मन्दर पर्वत के उत्तर में रक्ता और रक्तावती महानदी में दश महानदियां मिलती हैं / जैसे 1. कृष्णा, 2. महाकृष्णा, 3. नीला, 4. महानीला, 5. महातीरा, 6. इन्द्रा, 7. इन्द्रसेना, 8. सुषेणा, 6. वारिषेरणा, 10, महाभोगा (26) / राजधानी सूत्र २७-जंबुद्दीवे दीवे भरहे वासे दस रायहाणोश्रो पण्णत्तानो, तं जहा---- संग्रहणी-गाथा चंपा महुरा वाणारसी य सात्थि तह य साकेतं / हत्थिणउर कंपिल्लं, मिहिला कोसंबि रायगिहं // 1 // जम्बूद्वीप नामक द्वीप में भारतवर्ष में दश राजधानियां कही गई हैं / जैसे१. चम्पा-अंगदेश की राजधानी, 2. मथुरा-सूरसेन देश की राजधानी, 3. वाराणसी-काशी देश की राजधानी, 4. श्रावस्ती-कुणाल देश की राजधानी, Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org