________________ [ स्थानाङ्गसूत्र 2. अश्वराज सुदामा- अश्वसेना का अधिपति / 3. हस्तिराज कुन्थु-हस्तिसेना का अधिपति / 4. लोहिताक्ष-महिषसेना का अधिपति / 5. किन्नर-रथसेना का अधिपति / 6. रिष्ट-नर्तकसेना का अधिपति / 7. गीतरति-गन्धर्वसेना का अधिपति (113) / ११४–बलिस्स णं वइरोणिदस्स वइरोयणरण्णो सत्ताणिया, सत्त प्रणियाधिपतो पण्णत्ता, तं जहा-पायत्ताणिए जाव गंधवाणिए। ____ महद्दुमे पायत्ताणियाधिपती जाव किंपुरिसे रथाणियाधिपती, महारि? पट्टाणियाधिपती, गीतजसे गंधवाणियाधिपती। वैरोचनेन्द्र वैरोचनराज बली की सात सेनाएँ और सात सेनापति कहे गये हैं। जैसेसेनाएँ-१. पदातिसेना, 2. अश्वसेना, 3. हस्तिसेना 4. महिषसेना, 5. रथसेना 6. नर्तकसेना, 7. गन्धर्वसेना / सेनापति-१. महाद्र म—पदातिसेना का अधिपति / 2. अश्वराज महासुदामा अश्वसेना का अधिपति / 3. हस्तिराज मालंकार-हस्तिसेना का अधिपति / 4. महालोहिताक्ष-महिषसेना का अधिपति / 5. किम्पुरुष-रथसेना का अधिपति / 6. महारिष्ट-नर्तकसेना का अधिपति / 7. गीतयश-गायकसेना का अधिपति (114) / ११५–धरणस्स णं णागकुमारिदस्स नागकुमाररण्णो सत्त अणिया, सत्त अणियाधिपती पण्णत्ता, तं जहा-पायत्ताणिए जाव गंधवाणिए। भद्दसेणे पायत्ताणियाधिपती जाव प्राणंद रघाणियाधिपती, णंदणे पट्टाणियाधिपती, तेतली गंधव्वाणियाधिपती। नागकुमारेन्द्र नागकुमारराज धरण की सात सेनाएँ और सात सेनापति कहे गये हैं। जैसे१. पदातिसेना, 2. अश्वसेना, 3. हस्तिसेना, 4. महिषसेना, 5. रथसेना, 6. नर्तकसेना 7. गन्धर्वसेना। सेनापति-१. भद्रसेन-पदातिसेना का अधिपति / 2. अश्वराज यशोधर--अश्वसेना का अधिपति / 3. हस्तिराज सुदर्शन-हस्तिसेना का अधिपति / 4. नीलकण्ठ-महिषसेना का अधिपति / 5. आनन्द-रथसेना का अधिपति / 6. नन्दन नर्तकसेना का अधिपति / 7. तेतली- गन्धर्वसेना का अधिपति (115) / Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org