________________ आचारांग-द्वितीय श्रुतस्कंध [आचार चूला] अध्ययन 10 से 25 विषय-सूची पृष्ठ oo. 335 प्रथम चूला : सात अध्ययन : प्रथम पिंडैषणा अध्ययन : (11 उद्देशक) पृष्ठ 1 से 113 सूत्रांक प्रथम उद्देशक सचित्त-संसक्त आहारषणा 325-26 सबीज अन्न-ग्रहण की एषणा 327-30 अन्यतीथिक गृहस्थ-सहगमन निषेध 331-32 ओद्देशिकादि दोष-रहित आहार को एषणा नित्याग्रपिंडादि ग्रहण-निषेध द्वितीय उद्देशक अष्टमी पर्वादि में आहार-ग्रहण-विधि-निषेध भिक्षा योग्य कुल 337 इन्द्रमह आदि उत्सव में अशनादि एषणा 338-336 संखडि-गमन-निषेध तृतीय उद्देशक 340-42 संखडि-गमन में विविध दोष 343 शंकाग्रस्त आहार-निषेध 344-45 भंडोपकरण-सहित गमनागमन 346-47 निषिद्ध मह-पद चतुर्थ उद्देशक 348 संखडिगमन-निषेध गोदोहन वेला में भिक्षार्थ-प्रवेश-निषेध 350-51 अतिथि श्रमण आने पर भिक्षाविधि पंचम उद्देशक 352 अग्रपिंड ग्रहण-निषेध 353-55 विषममार्गादि से भिक्षाचर्यार्थ गमन-निषेध बंद द्वार वाले गह में प्रवेश निषेध 357-58 पूर्व प्रविष्ट श्रमण-माहनादि की उपस्थिति में भिक्षाविधि mmmmm - 446 40. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org