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प्रज्ञापनासूत्र
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कहना चाहिए ।
१९८५. एतेसि णं भंते! जोइसियाणं देवाण देवीण य तेउलेस्साणं कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा • बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ४ ?
गोयमा ! सव्वत्थोवा जोइसियदेवा तेउलेस्सा, जोइसिणिदेवीओ तेउलेस्साओ संखेज्जगुणाओ ।
[११८५ प्र.] भगवन् ! इन तेजोलेश्या वाले ज्योतिषक देवों-देवियों में से कौन, किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ?
[११८५ उ.] गौतम ! सबसे थोड़े तेजोलेश्या वाले ज्योतिष्क देव हैं, उनसे तेजोलेश्या वाली ज्योतिष्क देवियां संख्यातगुणी हैं ।
११९८६. एतेसि णं भंते! वेमाणियाणं देवाणं तेउलेस्साणं पम्हलेस्साणं सुक्कलेस्साण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा ४ ।
गोयमा ! सव्वत्थोवा वेमाणिया सुक्कलेस्सा, पम्हलेस्सा असंखेज्जगुणा, तेउलेस्सा असंखेज्जगुणा । [११८६ प्र.] भगवन् ! इन तेजोलेश्या वाले, पद्मलेश्या वाले और शुक्ललेश्या वाले वैमानिक देवों में से कौन, किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ?
[११८६ उ.] गौतम ! सबसे कम शुक्ललेश्या वाले वैमानिक देव हैं, उनसे पद्मलेश्या वाले असंख्यात हैं और उनसे भी तेजोलेश्या वाले (देव) असंख्यातगुणे हैं ।
११८७. एतेसि णं भंते ! वेमाणियाणं देवाणं देवीण य तेउलेस्साणं पम्हलेस्साणं सुक्कलेस्साण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा ४ ?
गोयमा ! सव्वत्थोवा वेमाणिया देवा सुक्कलेस्सा, पम्हलेस्सा असंखेज्जगुणा, तेउलेस्सा असंखेज्जगुणा, तेउलेस्साओ वेमाणिणीओ देवीओ संखेज्जगुणाओ ।
[११८७ प्र.] भगवन् ! इन तेजोलेश्या वाले, पद्मलेश्या वाले और शुक्ललेश्या वाले वैमानिक देवों औद देवियों में से कौन, किनसे अल्प, बहुत, तुल्य या विशेषाधिक हैं ?
[११८७ उ.] गौतम ! सबसे थोड़े शुक्ललेश्या वाले वैमानिक देव हैं, उनसे पद्मलेश्या वाले (वेमानिक देव) असंख्यातगुणे हैं, उनसे तेजोलेश्या वाले (वैमानिक देव) असंख्यातगुणे हैं, ( उनसे) तेजोलेश्या वाली वैमानिक देवियां संख्यातगुणी हैं ।
११८८. एतेसि णं भंते ! भवणवासीणं वाणमंतराणं जोइसियाणं वेमाणियाण य देवाणं कण्हलेस्साणं जाव सुक्कलेस्साण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा ४ ?
गोयमा ! सव्वत्थोवा वेमाणिया देवा सुक्कलेस्सा, पम्हलेस्सा असंखेज्जगुणा, तेउलेस्सा