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नवम शतक : उद्देशक-३२
४७९ गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा ७। पांच नैरयिकों के द्विसंयोगी भंग
अहवा एगे रयण., चत्तारि सक्करप्पभाए होज्जा १।जाव अहवा एगे रयण., चत्तारि अहेसत्तमाए होज्जा ६। अहवा दो रयण., तिण्णि सक्करप्पभाए होज्जा १-७। एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए, तिण्णि अहेसत्तमाए होज्जा ६-१२। अहवा तिण्णि रयण०, दो सक्करप्पभाए होज्जा १-१३। एवं जाव अहेसत्तमाए होज्जा ६=१८। अहवा चत्तारि रयण., एगे सक्करप्पभाए होज्जा १-१९। एवं जाव अहवा चत्तारि रयण० एगे अहेसत्तमाए होज्जा ६-२४। अहवा एगे सक्कर०, चत्तारि वालुयप्पभाए होज्जा १। एवं जहा रयणप्पभाए समं उवरिमपुढवीओ चारियव्वाओ तहा सक्करप्पभाए वि समं चारेयवाओ जाव अहवा चत्तारि सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा २०। एवं एक्केक्काए समं चारेयव्वाओ जाव अहवा चत्तारि तमाए, एगे अहेसत्तमाए होज्जा ८४। पांच नैरयिकों के त्रिसंयोगी भंग
अहवा एगे रयण. एगे सक्कर०, तिण्णि वालुप्पभाए होज्जा१। एवं जाव अहवा एगे रयण., एगे सक्कर०, तिण्णि अहेसत्तमाए होज्जा ५। अहवा एगे रयण, दो सक्कर०, दो वालुयप्पभाए होज्जा १-६। एवं जाव अहवा एगे रयण०, दो सक्कर०, दो अहेसत्तमाए होज्जा ५-१०। अहवा दो रयणप्पभाए, एगे सक्करप्पभाए, दो वालुयप्पभाए होज्जा १-११। एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए, एगे सक्करप्पभाए, दो अहेसत्तमाए होज्जा ५-१५। अहवा एगे रयण., तिण्णि सक्कर०, एगे वालुयप्पभाए होज्जा १-१६। एवं जाव अहवा एगे रयण., तिणि सक्कर०, एगे अहेसत्तमाए होज्जा ५-२०। अहवा दो रयण., दो सक्कर०, एगे वालुयप्पभाए होज्जा १-२१। एवं जाव दो रयण., दो सक्कर०, एगे अहेसत्तमाए ५-२५। अहवा तिण्णि रयण., एगे सक्कर०, एगे वालुयप्पभाए होज्जा १-२६। एवं जाव अहवा तिण्णि रयण., एगे सक्कर०, एगे अहेसत्तमाए होज्जा ५-३०।अहवा एगे रयण., एगे वालुय., तिण्णि पंकप्पभाए होज्जा १-३१। एवं एएणं कमेणं जहा चउण्हं तियसंयोगो भणितो तहा पंचण्ह वि तियसंजोगो भाणियव्वो, नवरं तत्थ एगो संचारिज्जइ, इह दोण्णि, सेसं तं
चेव, जाव अहवा तिण्णि धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा २१०। पंच नैरयिकों के चतुःसंयोगी भंग __अहवा एगे रयण०, एगे सक्कर०, एगे वालुय०, दो पंकप्पभाए होज्जा १। एवं जाव अहवा एगे रयण०, एगे सक्कर०, एगे वालुय०, दो अहेसत्तमाए होज्जा ४।अहवा एगे रयण०, एगे सक्कर० दो वालुय०, एगे पंकप्पभाए होज्जा १-५ । एवं जाव अहेसत्तमाए ४-५। अहवा एगे रयण०, दो सक्करप्पभाए एगे वालुय०, एगे पंकप्पभाए होज्जा १-९।एवं जाव अहवा एगे रयण०, दो सक्कर०, एगे वालुय०, एगे अहेसत्तमाए होज्जा ४-१२। अहवा दो रयण., एगे सक्कर०, एगे वालुय., एगे