________________ 244] भारतीय विद्या [तृतीय ताडपत्रीय ग्रन्थोनो जे विशिष्ट संग्रह त्यां हतो ते लगभग आजे संपूर्ण त्रुटक जेवो थई गयो छे. ग्रन्थो बान्धनार अने छोडनारना हाथे, अज्ञानता अने अनावडतना परिणामे, एक ग्रन्थनां पानां बीजा ग्रन्थमा, अने बीजा मन्थनां पान त्रीजा ग्रन्थमां- एम अनेक ग्रन्थोनां अनेक पानांओ अन्यान्य ग्रन्थो भेगा मवे जवाथी, सेंकडो ग्रन्थो त्रुटक बनी गया छे. तेम ज बेदरकारी रीते पोथीर्य बान्धवा छोडवाने लीधे हजारो पानाओ त्रुटी त्रुटीने ककडाना ढगला भेगा थत जाय छे. जेसलमेरना ए ग्रन्थसंग्रहमां, ताडपत्रीय ग्रन्थना जेटला जूनामां जूना नमुनाओ आपणने जोवा मळी आवे छे, तेबा हवे बीजे कोई ठेकाणे भाग्ये र हयाती धरावता हशे. .. मने त्यांना मारा निवास दरम्यान भण्डारनी ए दुर्व्यवस्था जोई एना विशे काईव प्रयत्न करवानी इच्छा थई हती अने तेथी ते विषे में श्रीबाबू बहादुर सिंहजी लखतां तेमणे पोतानो योग्य उत्साह पण बताव्यो हतो. परंतु युद्धकाल दरम्यान त्यां ए अंगेनुं अपेक्षित कशुं साधन न मळी शकवाथी, ते वखते ए माटे कर थई शक्युं नथी. परन्तु साधननी सुलभता थए तेम ज ज्ञानप्रेमी जनोनी सहायत मळे, ए ग्रन्थसंग्रहनी सुरक्षा करवा साहित्यसेवी व्यक्तिओए अवश्य प्रयत्न करवे जोईए. एमां संग्रहीत सर्व ताडपत्रीय ग्रन्थोने सुन्दर अने सरखा मापनी लाक डानी पेटीओ बनावी तेमां मुकवा जोईए. दरेक ग्रन्थनी उपर-नीचे पानान बराबर मापनी पातळी अने पॉलीश करेली सागनी पाटलीओ राखवी जोईए लिपि, चित्र, प्राचीनता, शुद्धता अने अपूर्वतानी दृष्टिए जे जे ग्रन्थो संपूर्ण दे त्रुटित होय ते बधानी पूरेपूरी फिल्म लई लेवी जोईए. त्रुटित के पूर्ण जेटला ग्रन्थ आजे विद्यमान होय तेमनो विस्तृत वर्णनात्मक सूचिग्रन्थ तैयार करी प्रक करवो जोईए. आरीते ग्रन्थोनी रक्षानो प्रबन्ध करवामां आवे तो हजी पण बीजा 50 वर्षों सुधी ए ग्रन्थो जळवाई रहे तेम छे. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org