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बात रोसालूरो म्हारै बारै वरस वनवास करणौ छ। सो तौ कोया ही जा(ज)वरणसी। तीणसू मानै सीष दीराइजै, ठीक लागसी। तरै राणोजी. कहायौ-कुवरजी साहब ! वालक कुवरी छै । सौ थै लै जावो तो थाहरी सला छै अने रिण देवो तो मोटी वात छ । त, कुवरजी कहीयौ-थे कहै सो दुरस छै, पीण मेह तो लेजावस्या । दाण-पांणी छै तो मे वेगा ही मीलसा । त? टीको औझणौ करने कुवरजीने सीष दीवी । ही कुंवरजी राजाजीसं मीलनै घोडे चढीया । तरे वाइनै साथै चलाइ कुवर रीसालूजी च्याल्या जाये से । वाछेथी रांणी सोकरीने करौ-जायो, वाइने ले प्रावो, जूं वाइने धवरावा । ती वारे दासी ग्रावने कह्यौ-बाइ तो सासरै पधारीया । त, रांणी दूही कहो छैAदूहा' -जलज्यो' पासा पेलणा, जलज्यो पेलणहार बे।
दस मासारी ह डीकरी , ले गयो कुवर सार' बे ॥ ७२
A-A. चिह्नित अंश की वाक्यावली ख. ग. घ. में अधोलिखित है
ख. तदी राजा अगजीत पंडीतांनु बुलाया । आछा लग्न जोवाया। पाला-नीला कलस कर घणा ऊछावसं रसालुने परणाया तठे कुवरजी दीन १५ रह्या, चालवारो कह्यौ-जेउ जणो प्रांणो करबो, मॉने सीष दीयो; मारे अस्त्री मां साथे मेलो। तद राजा अगजीत कहो-बाइ नांनी छ, मोटी होसी जद मेलसां । जद रसालु कहे-प्राणो त्यार करावो, ज्यु चाला। तदी राजा अगजीत पोतारी रांणी छांने प्राणो करायो । बाइने वोदा कोधी । रसालु सारा सीरदारासुं मील, घोडे असवार होय वीदा हुआ चाल्या जाए छै। पुठाथी अगजीत राजारी रांणी दासोने कहे--- बाईनु ल्यावो, ज्यु दुध पावां धवारां । तदी दासी कहे-बाइजी तो सासरे पधारया। रांणी कहे-बाइ नांनी छ । भुष लागी होसी, मा वीगर कोम कर रेहसी ? तदी दासी कहे-काइ वीलाप करो छो ? रांणी कहे-- पेटरी उपनी छे, तीणी मोह आवे छे। ___ ग. तदी रीसालुजीने परणाव्या । घणा महोछव कीधा । दन दस रहे ने चालवा लागा तदी कह्यो-माहरी परणी मां साथै मेलो। तदी कह्यो-बाई नांनी छ, मोटी होसी जदी मेलस्यां । जदी रीसालं कह्यौ-मे तो लेई जास्यां । तदी बाईने साथ ले चाल्या। बाईने साथै दीधा । तदि रसालु मनमै चितव्यो—अगजीत राजाने उरो बुलावो, अब तो सगा हवा छां । रांणीने कह्यौ--- थारा राजाने उरो बोलावो, माहोमाहे जुहार करां, मेल करे नै मे चाला । तदी रांणी कह्यौ-मोटा छो, बहुजाण छो, राणीनां थे राजानै कहो। राजा रोसालुं माहो माहे जुहार कीधो, घणो रस रह्यो। रीसालुंजी चाल्या तदी रांणी दासीन कह्यो-बाइनै ल्यावो, धवाबु । ते दासी कह्यो-बाई सासर गया। ___घ. तदी रसालुनै प्रौछव-महोछव करेने परणायौ। दन १० तथा वी[स] २० सु चालवा लागौ तदी कहे-माहरी परणी मो साथे मेलो। तदी मा को-बाई नांनी छ, मोटी होसी जदी मेलस्यां । तदी माउ दासी कह्यौ- बाईजी तो सासर गया। तदी माउ कांइ कहै-- ।
१. ख. रांणी वाक्यं । २. ग. जलयो । घ. जलयो। ३. ग. घ. जलजो। ४. ख.
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