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________________ ९३ शतकं-१२, वर्गः-, उद्देशकः-१० आदिढे असब्भावपञ्जवे देसे आदितु तदुभयपज्जवे दुपएसिएखंधे नो आया यअवत्तव्वं आयाति य नो आयाति य ६ से तेणटेणं तं चेव जाव नो आयातिय। आया भंते ! तिपएसिए खंधे अन्ने तिपएसिए कंधे ?, गोयमा! तिपएसिए खंधे सिय आया १ सिय नो आया २ सिय अवत्तव्यं आयाति य नो आयातिय ३ सिय आया य नो आया य ४ सिय आया य नो आयाओ य ५ सिय आयाउ य नो आया य ६ सिय आया य अवतव्वं आयाति य नो आयाति य ७ सिय आयाइय अवत्तव्वाइं आयाओ य नो आयाओ य ८ सिय आयाओ य अवत्तव्वं आयाति य नो आयाति य ९ सिय नो आया य अवत्तव्वं आयाति य नो आयातिय १० सिय आयाय अवत्तव्वाइंआयाओयनो आयाओय ११ सिय नो आयाओ य अवत्तव्यं आयाइयनो आयाइय १२ सिय आयाय नो आया य अवत्तव्वं आयाइयनो आयाइ य१३।से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ तिपएसिएखंधे सियआया एवं चैव उच्चारेयव्वं जाव सिय आया य नो आया य अवत्तव्वं आयाति य नो आयाति य?, गोयमा ! अप्पणो आइढे आय १ परस्स आइडे नो आया २ तदुभयस्स आइढे अवत्तव्वं आयाति य नो आयाति य ३ देसे आइटे सब्भावपज्जवे देसे आदिढे असब्भावपज्जवे तिपएसिए खंधे आयाय नो आया य ४ देसे आदिढे सब्भावपज्जवे देसा आइट्ठाअसब्भावपज्जवेतिपएसिएखंधे आयायनोआयाओय ५ देसाआदिट्ठा सब्भावपजवे देसे आदिढे असन्भावपज्जवे तिपएसिए खंधे आयाओ य नो आया य ६ देसे आदितु सब्भावपज्जवे देसे आदितु तदुभयपजवे तिपएसिएखंधे आया य अवत्तव्वं आयाइयनो आयाइ य ७ देसे आदितु सब्भावपज्जवे देसा आदिवा तदुभयपज्जवा तिपएसिए खंदे आया य अवत्तव्वाइंआयाउ य नो आयाउ य८____ -देसा आदिवा सब्भावपजवा देसे आदितु तदुभयपजवे तिपएसिए खंधे आयाउ य अवत्तव्वं आयाति य नोआयातिय ९ एए तिन्नि भंगा, देसे आदिढे असब्भावपज्जवे देसे आदिढे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे नो आया य अवत्तव्वं आयाइ य नो आयाति य १० देसे आदिढे असब्भावपज्जवे देसा आदिट्ठातदुभयपज्जवा तिपएसिएखंधे नो आया य अवत्तव्वाइंआयाउ य नो आयाउ य ११ देसा आदिट्ठा असब्भावपजवा देसे आदिढे तदुभयपज्जवेतिपएसिएखंधे नो आयाउ य अवत्तव्वं आयाति य नो आयाति य १२ देसे आदितु सब्भावपज्जवे देसे आदिढे असब्भावपज्जवे देसे आदिढे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे आया य नो आया य अवत्तव्वं आयाति यनो आया इय १३ सेतेणडेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ तिपएसिए कंधे सियआया तंचेव जाव नो आयातिय आया भंते! चउप्पएसिए खंधे अने० पुच्छा, गोयमा! चउप्पएसिएखंधे सियआया १ सिय नो आया रसिय अवत्तव्यं आयातिय नोआयातिय ३ सिय आया यनो आया य ४ सिय आयाय अवत्तव्वं ४ सिय नो आया य अवत्तव्वं ४ सिय आया यनो आया य अवत्तव्वं आयाति य नो आयाओ य अवत्तव्वं आयाति य नो आयातिय १८ सियआयाओय नो आया य अवत्तव्वं आयाति य नो आयाति य १९ । सेकेणट्टणं भंते! एवं वुच्चइ चउप्पएसिएखंधे सियआया य नो आया य अवत्तव्वंतं चेव अढे पडिउच्चारेयव्वं? गोयमा ! अप्पणो आदिढे आया १ परस्स आदिढे नो आया २ तदुभयस्स आदिढे अवत्तव्वं आयाति य नो आयाति य ३ देसे आदिढे For Private & Personal Use Only Jain Education International For P www.jainelibrary.org
SR No.003310
Book TitleAgam Suttani Satikam Part 06 Bhagvati
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Shrut Prakashan
Publication Year2000
Total Pages532
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size12 MB
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