________________
कुक्षी
मुद्रित मुद्रित
।
मुद्रित
।
. . . . .
।
मुद्रित
मुद्रित
. .
मुद्रित
.
मुद्रित मुद्रित
मुद्रित
1956
अभिधान राजेन्द्र कोश की आचारपरक दार्शनिक शब्दावली का अनुशीलन
प्रथम परिच्छेद... [33] दीपमालिका देववंदन
1961 दीपमालिका कथा (गद्य) देववंदनमाला धातुपाठ तरंग (पद्य)
1932
जालोर ध्रष्टर चौपाई
अमुद्रित नवपद ओली देववंदनविधि
(देववन्दन माला में) नवपद पूजा (श्री सिद्धचक्र पूजा)
मुद्रित 1950
खाचरोद नवपद प्रश्नोत्तर नीतिशिक्षाद्वय पच्चीसी
मुद्रित 1954
रतलाम पञ्चसप्तिशतस्थान चतुष्पदी
मुद्रित 1946
सियाणा पदवीविचार सज्झाय
मुद्रित पञ्चमी (ज्ञानपञ्चमी) देववंदन विधि
मुद्रित पाइयसदंबुहि कोष
अमुद्रित 1956
शिवगंज पुण्डरीकाध्ययन सज्झाय
मुद्रित 1946
सियाणा प्रभुस्तवन सुधाकर
मुद्रित प्रश्नोत्तर पुष्पवाटिका
मुद्रित 1936
गोलपुरी प्रश्नोत्तरमालिका (प्रश्नोत्तर नवमल्लिका)
अमुद्रित 1949
निम्बोहेडा प्राकृतव्याकृति (श्री सिद्धहेम, प्राकृत टीका)
1961
कुक्षी (प्राकृतव्याकरण विवृत्ति) प्राकृतशब्द रुपावली
1961
कुक्षी श्री महावीर पञ्चकल्याणक पूजा
1963
वडनगर स्वगच्छीयमर्यादा पट्टकम्
शिवगंज मुनिपतिराजर्षि चौपाई
अमुद्रित राजेन्द्रसूर्योदय
मुद्रित 1960
सूरत विहरमाणजिन चतुष्पदी
1946
सियाणा स्तुतिप्रभाकर स्वरोदयज्ञान यंत्रावली
अमुद्रित सकलैश्वर्यस्तोत्र
मुद्रित 1936
गोलपुरी सद्यगाहापहरण (सूक्ति संग्रह)
अमुद्रित सर्वसंग्रहप्रकरण (प्राकृत गाथा बद्ध)
अमुद्रित (गाहापयरणं संगहो) साधुवैराग्याचार सज्झाय
मुद्रित 1946
सियाणा श्रीसिद्धाचल तीर्थ नवाणुं यात्रा-देववंदन विधि सिद्धांतप्रकाश
अमुद्रित 1929
रतलाम सिद्धांतसारसागर (सिद्धांत बोल सागर)
अमुद्रित 1941
सौराष्ट्र षड्द्रव्य विचार
1927 षड्द्रव्य चर्चा
अमुद्रित आवश्यक विधिगर्भित शांतिनाथ स्तवन
मुद्रित 1942
धोराजी होलिकाप्रबंध (संस्कृत गद्य)
मुद्रित होलिकाव्याख्यान
मुद्रित उपरोक्त सूचि हमने जीवनप्रभा, श्रीराजेन्द्रज्योति, श्रीराजेन्द्रगुणमञ्जरी, विरलविभूति, विश्वपूज्य, श्रीराजेन्द्रसूरि विशेषांक : शाश्वत धर्म, धरती के फूल आदि ग्रंथो में दी हुई सूचि के अनुसार ग्रंथो को प्राप्त कर, देखकर, उपरोक्त सूचियों से मिलान करके बनाई है। उपरोक्त ग्रंथो में जो सूचियाँ दी है उसमें एक ही ग्रंथ के अनेक नाम होने पर अलग गिना है जबकि हमने मुख्य नाम देकर उसी ग्रंथ का अन्य नाम कोष्टक () में दिया है। इसमें से जितने ग्रंथ प्राप्त हुए या उससे संबंधित विवरण प्राप्त हुआ, वह यथाशक्य देने का प्रयत्न किया है, फिर भी मुद्रित-अमुद्रित कुछ ग्रंथ प्राप्त नहीं होने से उसका परिचय नहीं दिया हैं, जो निम्नानुसार है
.
मुद्रित
मुद्रित
. . . . .
मुद्रित
.
मुद्रित
कुक्षी
.
Jain Education International
For Private & Personal use only
www.jainelibrary.org