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मूल ग्रन्थ के प्रारम्भ के पूर्व प्रस्तावनादि की विषय सूची
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आइये सज्जनो! दो शब्द मेराभी । श्रेष्टिगौत्र व वैद्यमहता शाखा | इडियन रिव्यु के अक्टोम्बर" प्रस्तावना प्रारम्भ
वीसलपुर में नवलमलजी मुत्ता पतन दशा का मूल कारण अज्ञान | जन्म और जन्म कुण्डली भारत मत दर्पण राजेन्द्रनाथ” एक पाश्चात्य विद्वान का कहना J विवाह-वेराग्य का कारण श्रीयुक्त सी. बी राजवाड़े इतिहास का महत्व २ | अनाथी मुनि की स्वद्याय S/O FOTTOSCHRDE हमारे पूर्वज और इतिहास ३ भावना की विदागीरी
R. P. H. D. प्राचीन इतिहास काअभाव क्यों ? पुनः दीक्षा की भावना जागृत राजा शिव प्रसाद सतारे हिन्द भारत के इतिहास का सर्जन वर्तमान साधुओं की मनोवृति पा-वि० स्टीवेन्स का मत भारत का साहित्य पाणी के मूल्य | स्वयंमेव दीक्षा की प्रवृति पा० वि० मि० स० विलियम पाश्चात्यदेशों में भारतकासाहित्य विहार और चतुर्मास-वर्णन ७ डा० टामस का मत चीनी यात्री का भारत भ्रमन मुद्रित पुस्तकों की नामावली १६ | इम्परियल प्रेजी टियर ताड़ पत्रों पर लिखा साहित्य श्री भगवती सूत्र की वाचन मिस्टर टो. डब्लू० रइश का मत भारत पर धर्मान्ध विदेशियों का वृहद् शान्ति स्नात्र पूजा स. सं० स्व० स्वामि राममिश्र (२) आक्रमण और साहित्य भस्म । | समाजसेवा-ज्ञान प्रचार
भारत रत्न म०तिलक का (२) मन्दिर मूर्तियों को तोड़ फोडे नष्ट | जैनधर्म की प्राचीनना २३ डा० वारदा क्रान्त० (२) जैन पट्टावलियों वंशावलियों वर्तमान ऐतिहासिक युग
डा० जोन्स हटल जर्मन वंशावलियों लिखने की शुरूआत | खास विचारणीय वात पर मुहम्मद हाफिज शैयद मन्दिरों के गोष्टि बनाना ८ | प्रभास पाटण का ताम्रपत्र श्रीयुक्त तुकाराम कृष्ण शर्मा इतिहास की अव्यवस्था जैनधर्म की प्राचीनता के विषय डा० रवीन्द्र टगौर पट्टा० वंशा के लिये विद्वानों डाक्टर हरमन जाकोवी मि० महावीरप्रसाद द्विदी के मत
श्री तुकाराम शर्मा ए. एम- भगवान ऋषभदेव ३८ शोध खोज में मिली हुई सामग्री है | भा० प्र० मा० इतिहास की भूमिका | काल दो प्रकार उत्स० अव० वर्तमान समय जैन इतिहास | लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एकेक के छः छः श्रारा की दशा
१० म० मणिलाल नाथुभाई सि० स० | भोग भूमि मनुष्यों का समय भगवान् पाश्वनाथ की परम्परा | बोद्ध ग्रन्थ दीघनिकाय का मत कुलकरों की दंड नीति का इतिहास ?
| वारदाक्रान्त महोपाध्याय " भगवान् ऋषभदेव का जन्म लेखक की पढ़ाई का परिचय १२, भारतेन्दु बाबु हरिश्चन्द्र " भ० ऋषभदेव का विवाह , इतिहास की ओर रुची डाक्टर फूहरर का मत " | भ० ऋषभदेव का राजाभिषेक जैन जाति महोदय का आयोजन | मि-कन्नुलालजी का मत " नीति धर्म पु० ७२ स्त्रियों ६४ प्रथम भाग से कार्य बन्ध मि० जे.ए. डबल्यू मिशनेरी" उग्रादि चार कुल स्थापन पुनः कार्य प्रारम्भ नाम परिवर्तन | सत्य सं० सा० राममिश्र का” ऋषमदेव के १०० पुत्र २ पुत्रियों सहायकों की शुभ नामावली १७ | जैनधर्म की महता० पुस्तक " ४००० के साथ प्रभु की दीक्षा प्रन्थ का संक्षिप्त परिचय २० रायबहादुर पूर्णेन्दु का " एक वर्ष की अन्तराय सहायक प्रन्थों की नामावली २२ | महोपाध्याय गंगानाथ का " श्रीयंश कु० के घर पारणा 'लेखक का संक्षिप्त परिचय २३ | श्री नेपाल चन्द्र रोय- " भगवान् को केवल ज्ञान महाजन संघ और उपकेशवंश- एम. डी. पांड्य. थियोसेफिकल | माता मरूदेवी की मोक्ष
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