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तत्त्वनिर्णयप्रासाद
गच्छ.
शाखा.
कुल.
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५ नंदिज, ॥ ६ पारिहासक,
१ इंद्रवत्रिका, ॥ ॥१॥
२ मासपूरिका, ॥ उद्देहगण.
३ मतिपत्रिका, ॥ गच्छ.
४ पूर्णपत्रिका, ॥
१ चंपिइिझया, ॥ ॥२॥
२ भाद्रिका, ॥ ऋतुवाटिका
३ काकंदिया, ॥ गच्छ.
४ मेहलिज्जिया, ॥
१ नागभूत, ॥ २ सोमभत, ॥ ३ उल्लगच्छ, ॥ ४ हत्थलिज्ज, ॥ १ भदजसियं, ॥ २ भदगुत्तियं, ॥ ३ यशोभाद्रिकं, ॥
वेसवाटिका गच्छ.
॥४॥ कौटिक गच्छ.
१ सावत्थिया, ॥ १ गणियं, ॥ २ रजपालिया, ॥ २ महियं, ॥ ३ अंतरिजिया, ॥ ३ कामढियं, ॥ ४ खेमलिजिया, ॥ ४ इंदपुरगं, ॥ १ उच्चनागरी, ॥ १ बंभलिज, ॥ २ विद्याधरी, ॥ २ वत्थलिज, ॥ ३ वयरी, ॥ ३ वाणिज,॥ ४ मज्झिमिल्ला, ॥ | ४ पण्हवाहणयं, ॥ १ कासवजिया, ॥ | १ ऋषिगुप्तक, ॥ २ गोयमजिया, ॥ | २ ऋषिदत्तक, ॥ ३ वासहिया, ॥ ३ अभिजयंत, ॥ ४ सोरट्टिया, ॥
माणवक गच्छ.
॥६॥
१ हारियमालागारी, १ वत्थलिजं, ॥ ५ मालिजं, ॥
| २ संकासिया, ॥ २ पीइधम्मियं, ॥ ६ अजवेडियं, ॥ चारण गच्छ.३ गवेद्धआ, ॥ हालिजं, ॥ ७ कण्हसहं, ॥
४ विजनागरी, ॥ ४ पुप्फमित्तिजं,॥
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