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५८. दीक्षा देने का विधि किस शास्त्रानुसार ? ५९. संथारा करने का विधि किस शास्त्रानुसार ? ६०. श्रावक को व्रत देने का विधि किस शास्त्रानुसार ? ६१. देवसी पड़िकमणे का विधि किस शास्त्रानुसार ? ६२. राई पड़िकमणे का विधि किस शास्त्रानुसार ? ६३. पक्खी पड़िकमणे का विधि किस शास्त्रानुसार ? ६४. चौमासी पड़िकमणे का विधि किस शास्त्रानुसार ? ६५. संवच्छरी पड़िकमणे का विधि किस शास्त्रानुसार ? ६६. चौमासे पहिले एक महिना आगे आना कहते हो, सो किस शास्त्रानुसार ? ६७. सांझ को पंचमी लगने बाद संवच्छरी करनी, सो किस शास्त्रानुसार ? ६८. पूज्य पदवी देने का विधि किस शास्त्रानुसार ? ६९. अनन्त चौबीसी पड़िकमणे में पढनी किस शास्त्रानुसार ? ७०. ढालां तथा चौपइयां बांचनीयां और थेइया २ मानना, सो किस
शास्त्रानुसार ? ७१. श्रावण दो होवें तो दूसरे श्रावण में पर्युषण करने किस० ? ७२. भादों दो होवें तो पहिले भादों में पर्दूषण करने किस० ? ७३. नावों में बैठ के उतरे तेले का दण्ड कहते हो, सो किस० ? ७४. लस्सी (छास) और शरबत (मीठा पानी) पी कर एक दो मास तक रहना
और कहना कि महिने दो महिने के व्रत किये है, सो किस शास्त्रानुसार ? ७५. एक साधु को महिने से ज्यादा तपस्या करा के सब साधु एक ठिकाने
कल्प से ज्यादा रहते हो, सो किस शास्त्रानुसार ? ७६. जब लोच करते हो, तब गृहस्थी को व्रत वगैरह करा के चढ़ावा लेते हो,
सो लोच आप करना और दंड गृहस्थी को देना, सो किस शास्त्रानुसार ? ७७. रजोहरण की डंडी पर कपडा लपेटना सो जीवरक्षा के निमित्त कहते हो,
सो किस शास्त्रानुसार ? ७८. सफेद नवीन कपडे पहने किस शास्त्रानुसार ? ७९. हमेशां सूर्य उदय हो तब आज्ञा लेते हो, और पञ्चक्खाण कराते हो सो|
किस शास्त्रानुसार ? ८०. बूढे को डंडा रखना, और को नहीं रखना कहते हो, सो किस० ?
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