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योरोप में मूर्तिपूजा १७–फिनिशिपा देश में बाल नामक सूर्य रूप स्त्री की पूजा होती है । बलबलक में सूर्य के मन्दिर हैं।
१८-फिजिशियन और यहूदिया देश में निनिवानगर और सीलोन में भी मूर्ति पूजा होती है । अफरिदस्तान के स्वात, चित्राल, काबुल, बल्क, बुखारा, और काफ आदि पहाड़ी प्रान्तों में पञ्चसर और पञ्चवीर नामक मूर्तिएँ पूजी जाती हैं ।
१९-श्याम देश में एकोनिस और एष्टर गेटिस नामक मूत्तिएँ पूजी जाती हैं। ___२०-फिजिशियन देश में ऐटिस नामक लिंगाकार मूर्ति की पूजा होती है।
२१-निनिवा नगर में एशिरानामक मूर्ति की पूजा होती है
२१--यहूदिया देश में इज़राइल व यहूदी लोगों द्वारा प्रतिष्ठित मूर्तिएँ अभी तक पूजी जाती हैं। उन लोगों में लिंग मूर्ति स्पर्श करके शपथ खाने की प्रथा प्रचलित है । प्रसिद्ध इब्राहीम के नौकर के लिङ्ग स्पर्श की शपथ देते हैं। याकूब जब अपने पिता की अस्थियों के लिए मिश्र देश को गया था तो अपने नौकर को लिंग स्पर्श करवाया था। यहूदी राजा लोग भी लिंग पूजकर कचहरी जाते हैं।
२३-जापान में श्राइस नगर में सूर्य, लक्ष्मी, और विष्णु की मूर्तियों की पूजा होती है।
२४-लंका और सिंहल द्वीप में भी लिङ्गाकार मूर्तिपूजा होती है।
२५-ईरान में ज्वालामय लिङ्गमति की पूजा होती है। २६-साइवेरिया तासकंद में शेवयिन लोग लिङ्ग पूजते हैं। (११)-३२
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