________________
प्रकरण पांचवाँ
१६० ८-इङ्गलैण्ड के यॉर्क प्रान्त में 'स्टोनहेज' नामक मूर्ति की पूजा होती है । और भी केमलक मन्दिर में मर्तिपूजा होती है ।
९-नवटन स्टीन, राउण्डजीरा, और इजीस्मीऊरा जो आयलैण्ड में हैं, वहाँ के चर्चा के दरवाजों पर स्त्री श्राकार को मूर्ति होती है जिसे लोग पूजते हैं ।
१०-स्काटलैण्ड के ग्लासगो नगर में वहाँ पर श्रीसूर्य के मन्दिर में सुवर्ण पत्र जड़ित सूर्य के आकार वाली मूर्ति की पूजा होती है। . ११-फ्रान्स देश की स्त्रिये, सौभाग्य, तन्दुरुस्ती और आयुष्य के लिए स्त्री पुरुष चिन्हाकार वाली मर्तिएं पूजते हैं ।
१२-अष्ट्रोहण गिरि देश में ताम्रश्वक नामक शिवलिङ्ग की पूजा होती है।
१३-तुर्की के असीर्यानामक मुल्क के बाबिलिन शहर में ३०० घन फीट का शिवलिङ्ग है। तापंडा, पोलिस नाम के अन्य स्थानों में ३०० घन फीट की एक शिवमूर्ति है। .. १४-अरबस्तान में मुहम्मद के जन्म के पहिले से ही लात, मनात, अल्लात और अल्लाउजा नामक मूर्ति पूजी जाती थीं।
१५-मकका में सङ्ग, अस्वह और मक्केश्वर महादेव की मूर्ति का चुम्बन होता है। मक्के के जम जम कुए में एक और मूर्ति तथा नजरा में खजूर की पत्तियों की पूजा होती है।
१६-भारतवर्ष के पूर्वीय द्वीप, फज्ज, जावा, और सुमात्रा में लिंग की पूजा होती है। तथा वहां महाभारतादि की कथाएँ एवं अन्य पुराणों के पाठ भी ज्यों के त्यों माने जाते हैं। ,
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org