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श्रमण संस्कृति : सिद्धान्त और साधना
भिक्षुणियों में अग्रगण्य : १.भिक्षुओ ! मेरो रक्तज्ञा भिक्षुणियों में महाप्रजापति गौतमा
अग्रगण्या है६६...। २.........."महाप्रज्ञाओं में खेमा६७....। ३............ऋद्धि-शालिनियों में उत्पलवर्णा६८ ...। ४..........."विनयधराओं में पटाचारा६९...। ५..........."धर्मोपदेशिकाओं में धम्मदिना७०...।
"ध्यायिकाओं में नन्दा १..."। .........."उद्यमशीलाओं में सोणा७ २...।
"दिव्य-चाक्षकों में सकूला 3..। ६..........."प्रखर प्रतिभाशालिनियों में भद्रा कुण्डल केशा७४...। १०........... "पूर्वजन्म का अनुस्मरणकारिकाओं में भद्राकापि
लायनी७५...। ११..........."महाअभिज्ञाधारिकाओं में भद्रा कात्यायनी७६.। १२.........."रुक्ष-चीवर धारिकाओं में कृशा गौतमी७७...। १३.........." श्रद्धा-युक्तों में शृगाल माता.....।
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६६. शाक्य, कपिलवस्तु, क्षत्रिय, शुद्धोधन को पत्नी। ६७. मद्र, सागल, राजपुत्री, मगधराज बिम्बिसार की पत्नी। ६८. कौशल, श्रावस्ती, श्रेष्ठिकुल । ६६. वही। ७०. मगध, राजगृह, विशाख श्रेष्ठी की पत्नी । ७१ शाक्य, कपिलवस्तु, महाप्राजापति गौतमी की पुत्री। ७२. कौशल, श्रावस्ती, कुल-गेह । ७३. वही। ७४. मगध, राजगृह, श्रेष्ठिकुल । ७५. मद्र, सागल, ब्राह्मण, महाकाश्यप की पत्नी। ७६. शाक्य, कपिलवस्तु, क्षत्रिय, राहुल माता-देवदहवासी सुप्रबुद्ध शाक्य की
पुत्री। ७७. कौशल, श्रावस्ती, वैपन' ७८. मगध, राजगृह, श्रेष्ठिकुल।
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