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________________ भ. महावीर और बुद्ध के पारिपाश्विक भिक्षु-भिक्षुणियाँ २८.भिक्षुओं ! विचित्र वक्ताओं में कुमार काश्यप५२ अग्रगण्य है। २६.........."प्रतिसंवित्प्राप्तों में महाकोष्ठित ५३...। ३०......"बहुश्रुतों, स्मृतिमानों, गतिशीलों, धृतिमानों व उपस्थाका में आनन्द ५४...। ."महापरिषद वालों में उरुवेल काश्यप५५...। .........."कुल-प्रसादकों में काल-उदायी"६.."। "निरोगों में वक्कूल ५७...। "पूर्व जन्म का स्मरण करने वालों में शोभित ५८...। "विनयधरों में उपालि५९..। ........"भिक्षुणियों के उपदेष्टाओं में नन्दक..। "जितेन्द्रियों में नन्द६१...। ३८........."भिक्षुओं के उपदेष्टाओं में महाकप्पिन ६ २..। ३६..........."तेज-धातु-कुशलों में स्वागत3...। ४०.......... प्रतिभाशालियों में राध६४....। ४१.........."रुक्ष-चीवर-धारियों से मोघराज ५.... । ५२. मगध, राजगृह । ५३. कौशल, श्रावस्ती, ब्राह्मण । ५४. शाक्य, कपिलवस्तु, क्षत्रिय, अमृतोदन-पुत्र । ५५. काशी, वाराणसी, ब्राह्मण । ५६. शाक्य, कपिलवस्तु, अमात्यगेह । ५७. वत्स, कौशाम्बी, वैश्य । ५८. कौशल, श्रावस्ती, ब्राह्मण । ५६. शाक्य, कपिलबस्तु, नापित । ६०. कौशल, श्रावस्ती, कुल-गेह । ६१. शाक्य. कपिलवस्तु, क्षत्रिय, महाप्रजापति-पुत्र । ६२. सीमांत , कुक्कुटवती, राजवंश । ६३. कौशल, श्रावस्ती, ब्राह्मण। ६४. मगध, राजगृह, ब्राह्मण । ६५. कौशल, श्रावस्ती, ब्राह्मण, बावरी-शिष्य । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003192
Book TitleShraman Sanskruti Siddhant aur Sadhna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalakumar
PublisherSanmati Gyan Pith Agra
Publication Year1971
Total Pages238
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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