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सप्तभंगी : स्वरूप और दर्शन (१०) एक देश आदिष्ट है, असद्भाव- से, अतएव चतुष्प्रदेशी स्कंध आत्मा है और पर्यायों से और दूसरा देश आदिष्ट है तदुभय- | आत्मा नहीं है। पर्यायों से । अतएव त्रिप्रदेशी-स्कंध आत्मा नहीं (५) एक देश आदिष्ट है सदभाव-पर्यायों है और अवक्तव्य है। .
| से और अनेक देश आदिष्ट है असद्भाव-पर्यायों (११) एकदेश आदिष्ट है, असद्भाव- से, अतः चतुष्प्रदेशी स्कंध आत्मा है और पर्यायों से और दो देश आदिष्ट है तदुभय-पर्यायों । (अनेक) आत्माएँ नहीं है। से । अतएव त्रिप्रदेशी-स्कंध आत्मा नहीं है और (६) अनेक देश आदिष्ट है सद्भाव-पर्यायों (दो अवक्तव्य है।
से और एक देश आदिष्ट है असद्भाव-पर्यायों (१२) दो देश असद्भाव-पर्यायों से | से, अतः चतुष्प्रदेशी स्कंध (अनेक) आत्माएँ हैं आदिष्ट है और एक देश तदुभय-पर्यायों से | और आत्मा नहीं हैं। आदिष्ट है, अतः त्रिप्रदेशी स्कंध (दो) आत्माएँ (७) दो देश आदिष्ट है सद्भाव-पर्यायों नहीं है और अवक्तव्य है।
से और दो देश आदिष्ट है असद्भाव-पर्यायों (१३) एक देश सद्भाव-पर्यायों से आदिष्ट | से, अतः चतुष्प्रदेशी स्कंध (दो) आत्माएँ है है एक देश असद्भाव-पर्यायों से आदिष्ट है | और (दो) आत्माएँ नहीं है।
और एक देश तदुभय-पर्यायों से आदिष्ट है, (८) एक देश आदिष्ट है सद्भाव-पर्यायों अतएव त्रिप्रदेशी स्कंध आत्मा है, आत्मा नहीं है | से और एक देश आदिष्ट है तदुभय-पर्यायों से, और अवक्तव्य है।
अतः चतुष्प्रदेशी स्कंध आत्मा है और अव____ इसके पश्चात् श्री गौतम ने चतुष्प्रदेशो | क्तव्य है । स्कंध के सम्बन्ध में वही प्रश्न किया। उत्तर में |
(९) एक देश आदिष्ट है सद्भाव-पर्यायों भगवान ने १९ भंग किये। श्री गौतम ने पुनः से और अनेक देश आदिष्ट है तदुभय-पर्यायों अपेक्षा कारण के विषय में पूछा, तब निम्न उत्तर |
| से, अतः चतुष्प्रदेशी स्कंध आत्मा है और का प्रदान किया
(अनेक) अवक्तव्य है। (१) चतुष्प्रदेशी स्कंध आत्मा के आदेश
(१०) अनेक देश आदिष्ट है सद्भावसे आत्मा है।
पर्यायों से और एक देश आदिष्ट है तदुभय(२) चतुष्प्रदेशी स्कंध पर के आदेश से | पर्यायों से अतः चतुष्प्रदेए। स्कंध (अनेक) आत्माएँ आत्मा नहीं है।
है और अवक्तव्य है। (३) चतुष्प्रदेशी स्कंध तदुभय के आदेश (११) दो देश आदिष्ट है सद्भाव-पर्यायों से अवक्तव्य है।
से और दो देश आदिष्ट है तदुभय-पर्यायों (४) एक देश आदिष्ट है सद्भाव-पर्यायों | से, अतः चतुष्प्रदेशी स्कंध (दो) आत्माएँ है से और एक देश आदिष्ट है असद्भाव-पर्यायों | और (दो) अवक्तव्य है।
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