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भगवती सूत्र : एक परिशीलन २१७ भाषा विषयक चर्चाएँ निष्ठुर वचन न बोले
गौतम-भगवन् ! क्या देवों को “संयत" कहा जा सकता है ?
भगवान् गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है। देवों को संयत कहना असत्य वचन है। • गौतम-भगवन् ! देवों को “असंयत" कहना चाहिये ?
भगवान्-नहीं, गौतम ! “देव असंयत है" यह निष्ठुर वचन है। गौतम-भगवन् ! क्या देवों को “संयतासंयत" कहना चाहिये ?
भगवान् गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है। क्योंकि देवों को संयतासंयत कहना असद्भूत (असत्य) वचन है।
गौतम-भगवन् ! तो फिर देवों को क्या कहना चाहिये ? भगवान् गौतम ! देवों को “नोसंयत" कहना चाहिये।
-भग. शतक ५, उ. ४, सूत्र १६-१९
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