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विन्ध्यगिरि पर्वत के अवशिष्ट लेख
कसद जैनदरयज......वन.........ग
......रलम ......... ३४६ ( २१६ ) कसवराय का बेटा सवत १८१२ वसष
सद ११ वर मगल-वर समर-मलक बट मज
रम गगनय मदनगड़ पनपथय अगरवल । ३४७ (२१७ ) समत १८०० जट सद ३ करबधक सट
इमणपन थनय यमढ. र...लसराय...रयज इसरमज लसनय हलसरय बलकदस सरवग अगरवल
पनपथ गरगगत बनय सननय । ३४८ (२१८) उदसग वगवल रतत.... रजप......
पवल। ३४६ ( २१६) सवत १८१२ वसह सद ८ नवलरय
सकरदसक बट अयथ । ३५० ( २२०) सवत १८१२ मत वसष सद ८ सनच
रक दन सतपरयः मगनरमक बट जइकरनक पत सरवग
३५१ ( २२१) अष्ट-दिक्पाल मण्डप की छत के
मध्य भाग में गोलाकार ( उत्तर ) अरस-श्रादित्यङ्गवाचाम्बिके गवालविनि
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