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विन्ध्यगिरि
फुट इञ्च चरण की लम्बाई
६-० चरण के अग्रभाग की चौड़ाई चरण का अंगुष्ठ पादपृष्ठ की ऊपर की गुलाई जंघा की अर्ध गुलाई
१०-० नितम्ब से कर्ण तक
२४-६ पृष्ठ-अस्थि के अधोभाग से कर्ण तक २०-० नाभि के नीचे उदर की चौड़ाई १३-० कटि की चौड़ाई
१०-० कटि और टेहुनी से कर्ण तक बाहुमूल से कर्ण तक वक्षस्थल की चौड़ाई
२६-० ग्रीवा के अधोभाग से कर्ण तक तर्जनी की लम्बाई मध्यमा की लम्बाई अनामिका की लम्बाई कनिष्ठिका की लम्बाई
लगभग एक सौ वर्ष पुराने 'सरसजनचिन्तामणि' काव्य के कर्ता कविचक्रवर्ति शान्तराज पण्डित के बनाये हुए सोलह श्लोक मिले हैं जिनमें गोम्मटेश्वर की मूर्ति के माप हस्त और अंगुलों में दिये हैं। अन्तिम श्लोक से पता चलता है कि
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