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श्रवणबेलगोल के स्मारक
मूल संघ - बलात्कार गण
.कीर्त्ति (वनवासि के )
देवेन्द्र विशालकीर्त्ति I शुभकीर्त्तिदेव भट्टारक
धर्म भूषणदेव
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मरकीर्त्तिश्राचार्य
धर्म भूषणदेव ( की निषद्या बनवाई गई शक सं० १२६५ )
शक सं० १०४७ के लेख नं० ४८३ में नन्दि संघ, द्रमिणगण रुङ्गलान्वय की निम्न प्रकार परम्परा है । इस लेख में प्राचार्यों का गुरु-शिष्य-सम्बन्ध नहीं बतलाया गया केवल एक के पश्चात् दूसरे हुए ऐसा कहा गया है ।
नन्दि संघ, द्रमिणगण, अरुङ्गलान्वय
महावीर स्वामी
I गौतम गणधर
समन्तभद्रवती
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