________________
१३२
श्रवणबेल्गोल के स्मारक
गोल्लाचा
काल्ययोगी
अविद्धकर्ण पद्मनन्दि (कौमारदेव)
mese
कुलभूषण
प्रभाचन्द्र
कुलचन्द्रदेव
माधनन्दि मुनि ( कोलापुरीय )
गण्डविमुक्तदेव
भानुकीति
देवकीति
( स्वर्ग० १०८५) अनुमान शक सं० १०२२ के लेख नं० ५५ की प्राचार्य परम्परा इस प्रकार है
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org