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प्राचार्यों का वंशावली
१३१ शक सं० १०८५ के लेख नं. ४० में निम्न प्रकार आचार्य-परम्परा पाई जाती है ---
गौतमादि
(उनकी सन्तान में)
भद्रबाहु
चन्द्रगुप्त
( उनके अन्वय में ) पद्मनन्दि (कुन्दकुन्द)
(उनके अन्वय में ) उमास्वाति (गृद्धपिञ्छ)
बलाकपिञ्छ
( उनकी परम्परा में) समन्तभद्र
(उनके पश्चात् ) देवनन्दि (जिनेन्द्रबुद्धि व पूज्यपाद)
(उनके पश्चात् )
अकलङ्क (उनकी सन्तति में मूल संघ में नन्दिगण का जो देशीगण प्रभेद हुआ उसमें गोल्लदेशाधिप हुए।)
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