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जैन धर्म : मनन और मीमांसा
प्रस्तुत ग्रन्थ जैन दर्शन को सर्वांगीण रूप में प्रस्तुत करता है। इसके पांच मुख्य खंड हैं-१. परंपरा और कालचक्र २. दर्शन ३. आचार-मीमांसा ४. ज्ञान-मीमांसा और ५. प्रमाण-मीमांसा । प्रत्येक खंड के अनेक उप-विभाग हैं और उनमें जैन धर्म-दर्शन से संबंधित अनेक विषय चचित हैं ।
प्रथम खंड छह उपविभागों में विभाजित है। प्रारंभ में 'दर्शन' शब्द का अर्थबोध देते हुए लेखक का कहना है कि भगवान् महावीर अन्तर्द्रष्टा थे । उनके उत्तरवर्ती आचार्य तार्किक प्रतिभा के धनी थे । आज का जैन दर्शन उन दोनों के निरूपण का प्रतिफलन है । इस खंड में भगवान् ऋषभ से महावीर तक की जैन परम्परा का तथा उत्तरकालीन परंपरा के अन्तर्गत सात निन्हवों का इतिवृत्त तथा सिद्धांत भी प्ररूपित हैं। साथ ही साथ श्वेताम्बर-दिगंबर संप्रदाय भेद से लेकर जैन धर्म-शासन में हुए आजतक के छोटे-बड़े सभी भेदोंसंप्रादायों का संक्षिप्त लेखा-जोखा है। इसी खंड के अंतिम तीन विभागों में जैन साहित्य, जैन संस्कृति एवं चिंतन के विकास में जैन आचार्यों का योगये विषय स्पष्टता से प्रतिपादित हैं।
__ ग्रंथ के दूसरे खंड 'दर्शन' के प्रारंभ में लेखक दर्शन की परिभाषा प्रस्तुत करते हुए दर्शन के दो कार्यों की ओर संकेत करते हैं-१. वस्तुवृत्त विषयक निर्णय और २. मूल्य विषयक निर्णय । इन दोनों को विशदता से प्रतिपादित करते हुए जैन दर्शन की भित्ति- आत्मवाद को स्पष्टता से निरूपित किया है । इसके दूसरे उपविभाग 'विश्व दर्शन' के अन्तर्गत विश्व के घटकगतितत्त्व-धर्म, स्थितितत्त्व-अधर्म तथा आकाश, काल, पुद्गल और जीवइन छहों तत्त्वों का विशद विवेचन है। जैन दर्शन सम्मत विश्व का स्वरूप, विश्व का ह्रास और विकास, जीव-विज्ञान, आत्मवाद, कर्मवाद, स्यादवाद, नयवाद आदि गंभीर विषयों की सांगोपांग चर्चा है । इस खंड के अंतिम दो उपविभागों में जैन दर्शन के साथ बौद्ध और वेदान्त मान्यताओं का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत है। भारत के इन तीन मूल दर्शनों में कहां-कहां समानता है और कहांकहां विषमता है, यह स्पष्ट समझाया गया है।
तीसरा खंड है-आचार-मीमांसा। इसके पांच विभाग हैं—१. साधनामार्ग २. मोक्ष के साधक-बाधक तत्त्व ३. श्रमण संस्कृति और श्रामण्य ४. जातिवाद ५. जैन दर्शन : वर्तमान समस्याओं के संदर्भ में ।
__ चौथा खंड है-ज्ञान-मीमांसा । ज्ञान के विषय में जितना ऊहापोह जैन साहित्य में उपलब्ध है वह अन्यत्र दुर्लभ है। आधुनिक विद्वानों ने इस
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