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१. प्रेक्षा साहित्य
इसके अन्तर्गत ३६ पुस्तकों का परिचय है। देश के विभिन्न स्थानों में प्रेक्षाध्यान-शिविरों में प्रदत्त प्रवचनों के आधार पर इनकी रचना हुई है। इनमें योग और ध्यान के विविध पहलुओं पर वैज्ञानिक संदर्भ में प्रकाश डाला गया है।
इन पुस्तकों में हैमन और चित्त को साधने की विविध प्रक्रियाएं । श्वास, शरीर और इन्द्रिय पर नियंत्रण करने का उपाय। तनावों से होने वाले परिणामों की अवगति और उनसे छुटकारा पाने के प्रयोग। आवेश और आवेग से मुक्त होने का सरल मार्ग । ध्यान के सभी घटकों का यथार्थ ज्ञान । सोचने की सही प्रक्रिया का ज्ञान । व्यक्तित्व के संपूर्ण रूपान्तरण के सूत्र । मानसिक शक्ति और कार्य-क्षमता को विकसित करने के निर्देश । संघर्षों को झेलने की क्षमता का विकास-पथ ।
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