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भाव
खतरा खींचातान खुले आकाश में खड़ी
फूल गूंजते
गंजते
२३
भाव भाव भाव
१५
४०
गंगा, यमुना, सिन्धु, सतलज गठबंधन नहीं गति का क्रम गति कैसे ? गतिरोध गति-स्थिति गर्वोन्माद गहराई में गहरी डुबकियां गहरी डुबकियां गहरी डुबकी गांठ का धागा गांठ को खोल गाली का प्रतिकार गुप्तवाद
अनुभव अनुभव अनुभव भाव नास्ति विजय भाव अनुभव अनुभव भाव
भाव
घटना और सीख घोंसला बनाने में व्यस्त
-
बन्दी गूंजते
.
चमक
भाव
भाव
به
س
भाव नास्ति विजय
م
चमत्कार को नमस्कार चरण-चिन्ह चरम-दर्शन चरम-दर्शन चरम-दर्शन चरम साध्य चरैवेति चरैवेति चलता चल
१७०
भाव
१२०
१३३
له
अनुभव फूल नास्ति
مه
७७
गद्य-पद्य काव्य / ७६
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