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अनुभव का उत्पल,
महान्
मन लोभ से भरा था तब मुझे वे लोग बड़े लगते थे, जिनके पास बहुत था। मन जब खाली हुआ तो लगा कि महान् वे हैं, जिनके पास अपना कुछ भी नहीं है।
जो व्यक्ति केवल व्यक्ति ही रहकर महान् होता है वही महान् है। जो व्यक्ति शक्ति के सहारे महान् कहलाता है वह महान् होता भी होगा या नहीं, यह निश्चित नहीं कहा जा सकता।
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