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तेरापंथ का राजस्थानी को अवदान
राजस्थानी में रूपांतरित कुछ हिन्दी शब्दअणबण-अनबन
पोथा पिंडत-पोथी-पंडित खांधो-कन्धा
-पुस्तक पंडित खंडर---खंडहर
पिछतासी--पछताय गा चेतो-चेत, चेतना
पिसतावै–पछताता है चुणोत्यां-चुनौतियाँ
पैर्यो—पहरे, पहने हुए चौरस्ते~-चौराहे
मैकता—महकते जलम्यो-जन्मा
म्हारोपण- मेरापन झ्याझ्या-झांयझांय
रयण-रैन, रजनी
राच्य-रांचे- रंजित झुकणू-झुकना
रैता-रहतां-रहते दोपार-दोपहर
रैतो-रहता दोपारां—दोपहरी में
सपनूं-सपना-स्वप्न दोपारी-दोपहरी, दुपहरी
सीकाऱ्या जावै-स्वीकार किया जाय पगथल्यां--पगतलियाँ
सीदाई-सिधाई पपैये-पपीहे
हूं'र-होकर। राजस्थानी में रूपांतरित कुछ उर्दू शब्द--- अकल-- अकल
कंच-कूचे, गली अन्दरूणी--अन्दरूनी
खजानो-खजाना अजमासी-आजमायेगा
खाख-खाक अरजी-अर्जी
खातर --- खातिर आखिर-आखीर
खातरी-खातिरी, खातिरदारी इमारतां-इमारतों
खामोषणी-खामोशी इसारै-इशारे
खुखारां-ख रु वारों उमराव--उमरा
खुद'र अहम----ख दी और अहम् ऊमर--उम्र
गरजी-गर्जी ओकात-औकात
गरम-गर्म कमबेसी-कमोबेश
गरमी--- गर्मी कमीणो-कमीना
गरीबां—गरीबों करज-कर्ज.
गुमास्ता-गुमाश्ता कसूर-कुसूर
गैरी---गहरी कुर्बाण--कुर्बान
चेहरै---चेहरे
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