SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 45
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ३० तेरापंथ का राजस्थानी को अवदान राजस्थानी में रूपांतरित कुछ हिन्दी शब्दअणबण-अनबन पोथा पिंडत-पोथी-पंडित खांधो-कन्धा -पुस्तक पंडित खंडर---खंडहर पिछतासी--पछताय गा चेतो-चेत, चेतना पिसतावै–पछताता है चुणोत्यां-चुनौतियाँ पैर्यो—पहरे, पहने हुए चौरस्ते~-चौराहे मैकता—महकते जलम्यो-जन्मा म्हारोपण- मेरापन झ्याझ्या-झांयझांय रयण-रैन, रजनी राच्य-रांचे- रंजित झुकणू-झुकना रैता-रहतां-रहते दोपार-दोपहर रैतो-रहता दोपारां—दोपहरी में सपनूं-सपना-स्वप्न दोपारी-दोपहरी, दुपहरी सीकाऱ्या जावै-स्वीकार किया जाय पगथल्यां--पगतलियाँ सीदाई-सिधाई पपैये-पपीहे हूं'र-होकर। राजस्थानी में रूपांतरित कुछ उर्दू शब्द--- अकल-- अकल कंच-कूचे, गली अन्दरूणी--अन्दरूनी खजानो-खजाना अजमासी-आजमायेगा खाख-खाक अरजी-अर्जी खातर --- खातिर आखिर-आखीर खातरी-खातिरी, खातिरदारी इमारतां-इमारतों खामोषणी-खामोशी इसारै-इशारे खुखारां-ख रु वारों उमराव--उमरा खुद'र अहम----ख दी और अहम् ऊमर--उम्र गरजी-गर्जी ओकात-औकात गरम-गर्म कमबेसी-कमोबेश गरमी--- गर्मी कमीणो-कमीना गरीबां—गरीबों करज-कर्ज. गुमास्ता-गुमाश्ता कसूर-कुसूर गैरी---गहरी कुर्बाण--कुर्बान चेहरै---चेहरे Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003137
Book TitleTerapanth ka Rajasthani ko Avadan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevnarayan Sharma, Others
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1993
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy