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संकल्प का मूल्य
साधना के लिए संकल्प आवश्यक है। सत्य-साधक संकल्प करे'अहं अनृतात् सत्यमुपैमि ।'-मैं असत्य को छोड़ सत्य को स्वीकार करता हूं। उसमें मेरा अटूट विश्वास है । यह एक अनुभूत सत्य है कि दृढ निष्ठावान् व्यक्ति ही साधना में सफल हो पाता है और संकल्प के बिना निष्ठा घनीभूत नहीं होती । 'सत्यस्य नावः सुकृतमपीपरन् ।'—सत्य की नाव ही सत्यनिष्ठ की नाव पार लगाती है ।
सत्य की शाश्वत साधना
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