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निबन्ध-निचय
ऐसा उनके निरूपित विषयों और परिभाषामों से ज्ञात होता है। पिछले दो ग्रन्थों में श्वेताम्बरमान्य आगमों और उनकी नियुक्तियों की सैकड़ों गाथाएँ संग्रहीत हैं। यहां पर हम सर्वप्रथम "षट्-खण्डागम” “मूलाचार" और "भगवती आराधना' पर ऊहापोह करके फिर अन्य पठित ग्रन्थों का अवलोकन लिखेंगे।
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