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निबन्ध-निचय
मशुद्ध पाठ
शुद्ध पाठविलयजति
विलिज्जति यूलिभहस्स
थूलभद्दस्स मण्णहजिरगाणं सज्झाय में : मण्ह उज्जुत्तो
उज्जुत्ता
मण्णह
होह
समिइ
समिई
गुरुथुन
गुरुथुइ करुणा
करूणा
सकलाहंत में :
मल्ली राजाचिताना प्रदोपानलो
मल्लि राजाचिताना प्रदीपानिलो
स्नातस्या स्तुति
जिन हंसासाहत
जिनः हंसांसाहत
प्रतिचारों में :
वच्छल
नारा समसलेहण
वच्छल्ल पहारण सम्मसंलिहरा पनर
पन्नर
तव
प्रजितशांति स्तव में : लक्खयोवचि अ
लक्खगोवचि में बृहच्छान्ति में : राजाधिप
राज्याधिप
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