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आ० तुलसी साहित्य : एक पर्यवेक्षण
१६१
१८३
आगे सूरज सूरज प्रवचन ५ प्रवचन ५ भोर भोर समता शांति के प्रवचन १० आ० तु० ज्योति के
१०९ १००
२२१
२५०
विद्याध्ययन : क्यों और कैसे ?' विद्यार्जन की सार्थकता शिक्षा का सही लक्ष्य' शिक्षा का फलित : साधना ज्ञान का फलित : विनय सत्यं शिवं सुंदरम्' शिक्षा का उद्देश्य विसंगति विकास या ह्रास ? शिक्षा व साधना की समन्विति' जीवन-विकास विद्या जीवन-निर्माण की दिशा बने जीवन-विकास के साधन शिक्षा शिक्षा का फलित आचार ? १२ शिक्षा का कार्य है चरित्र-निर्माण जीवन का सौन्दर्य सुधार की शुभ शुरूआत स्वयं से हो१५ शिक्षानुशीलन ज्ञानमंदिर की पवित्रता सा विद्या या विमुक्तये"
६२
१३५
३१ २४३ १२४
सूरज
२५
सूरज भोर प्रवचन ९ सूरज
२०६
भोर
२९
सूरज आलोक में घर
१२४
१. ५-४-६६ विद्यार्थी सम्मेलन, ९. १०-९-७८ गंगानगर । गंगानगर।
१०. फाल्गुन शुक्ला १२, वि० स० २. १८-१-५५ मुलुन्द ।
२००५ गंगा गोल्डन जुबली हाई ३. २७-७-५५ उज्जैन।
स्कूल, सरदारशहर। ४. १५-११-७७ लाडनूं ।
११. २१-५-५५ धरणगांव । ५. ३-११-७७ ब्राह्मी विद्यापीठ का १२. १५-६-५४ बम्बई (बोरीवली)। __उद्घाटन समारोह, लाडनूं १३. ४-८-५३ जोधपुर । ६. २४-८-५४ बम्बई।
१४. ७-८-५५ उज्जैन। ७. १९-८-५४ बम्बई।
१५. १७-६-५४ बम्बई (मलाड)। ८. १२-११-५३ टी० सी० टीचर्स १६. ७-८-५५ उज्जैन ।
ट्रेनिंग स्कूल, जोधपुर । १७. १८-१-५७ पिलाणी ।
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