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कायोत्सर्ग - (५)
मनुष्य का शरीर तनाव और शिथिलता — इन दो स्थितियों से गुजरता है। कभी-कभी स्नायविक तनाव आवश्यक होता है पर दीर्घकालिक तनाव समस्या बन जाता है ।
शरीर स्नायविक और मांसपेशीय तनाव से मुक्त रहता है। इस अवस्था में शिथिलता सधती है । शिथिलता के लिए केवल स्थिर रहना ही पर्याप्त नहीं है। तनाव मुक्ति का अनुभव अपने आप शिथिलता की अनुभूति करा देता है। इस अवस्था में शरीर की रासायनिक और विद्युतीय प्रणाली सहज हो जाती है।
२५ फरवरी
२०००
भीतर की ओर
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