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महाप्राण ध्वनि-(a) महाप्राण ध्वनि का अभ्यास एकाग्रता के लिए बहुत उपयोगी है। इसका प्रयोग करते समय अन्य विकल्प और विचार उपशान्त हो जाते हैं। तनावमुक्ति के लिए भी इसका बहुत महत्त्व है। ध्वनि, भावना और एकाग्रता—तीनों का योग तनाव को विसर्जित कर देता है।
महाप्राण ध्वनि के प्रभावों को सूनशैली में इस प्रकार प्रस्तुत किया जा सकता है
१. मस्तिष्क के ज्ञानतन्तु पुष्ट होते हैं। २. नाक के ज्ञानतन्तु प्रभावित होते हैं। ३. मानसिक तनाव दूर होता है। ४. क्रोध का आवेश कम होता है। ५. रक्तचाप संतुलित होता है।
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१८ फरवरी
२०००
_____ भीतर की ओर)
(भीतर की ओर
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