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HAMAR
अहम्- (a) अर्ह प्रेक्षाध्यान का प्रमुख जप मंत्र अथवा प्रतीक मंत्र है। इसमें प्रथम अक्षर है अकार। कण्ठ उसका उच्चारण स्थान है। 'अ' के उच्चारण के समय कण्ठ में प्रकम्पनों का अनुभव किया जा सकता है।
'२' का उच्चारण स्थान मूर्धा है। वहां रकार के प्रकम्पनों का अनुभव किया जा सकता है।
'ह' का उच्चारण स्थान कण्ठ है। उसके प्रकम्पन कण्ठ में होते हैं।
ध्यान करने वाला सूक्ष्मता के साथ 'अह' का अनुभव करे तो कण्ठ और मूर्धा इन दोनों स्थानों को सक्रिय किया जा सकता है।
१४ फरवरी
२०००
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