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तळतळ
मौन
मौन का अर्थ है वाग् विच्छेद। बोलने के दो प्रकार है— अन्तर्जल्प और बहिर्जल्प |
सामान्यतः बहिर्जल्प — बाहर न बोलने को मौन माना जाता है। पूर्ण मौन के लिए यह पर्याप्त नहीं है।
विकल्प का आधार है शब्द | स्वरयन्त्र सक्रिय है और अन्तर्जल्प हो रहा है, उस स्थिति में शब्द विकल्प को पैदा करता रहता है। वर्ण को वर्णहीन नाद के रूप में परिणत कर विकल्प को शान्त किया जा सकता है।
१२ फरवरी
२०००
भीतर की ओर
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