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PASI KAMULYAL-LOAD
ध्यान का क्षेत्र
ध्यान चित्त की एक विशिष्ट अवस्था है शरीर के जिस भाग पर चित्त को केन्द्रित किया जाता है, वही ध्यान हो जाता है। ध्यान का क्षेत्र पूरा शरीर है।
ध्यान एक प्रकार की बिजली है। ध्यान ऊपर जाता है, प्राण ऊपर चला जाता है। ध्यान नीचे जाता है, प्राण नीचे चला जाता है। जहां ध्यान वहां प्राण । ध्यान के साथ मन और मन के साथ पूर्ण इन्द्रिय-शक्तियां वहां चली जाती हैं जहां ध्यान ठहरता है ।
२१ जनवरी
२०००
"भीतर की ओर
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