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शरीर के रहस्य
मनुष्य के शरीर की रचना अद्भुत है, बहुत विलक्षण है । उसके बारे में हमें पर्याप्त जानकारी नहीं है। अवयवों के बारे में एक डॉक्टर को बहुत अच्छी जानकारी हो सकती है। किन्तु मानवीय शरीर अङ्गों का पिण्डमान ही नहीं है, उसमें प्राण और चेतना भी है ।
नाड़ीतन्त्र और अन्तःस्रावी ग्रन्थियों ने शरीर को जैसे रहस्यपूर्ण बनाया है वैसे ही प्राण और चेतना ने भी इसे रहस्यपूर्ण बनाया हैं । उनकी गहराई में जाना साधक के लिए अनिवार्य है ।
२३ मार्च २०००
भीतर की ओर
हर
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