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बीसवां बोल
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जो, अनेक द्रव्यों में न मिलता हो और जो गुण अनेक द्रव्यों में मिले, उससे हम किसी एक स्वतन्त्र द्रव्य का अस्तित्व नहीं मान सकते। इसलिए द्रव्य छह ही हैं। प्रत्येक द्रव्य की पर्यायाएं अनन्त होती हैं।
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