________________
काल करे सो आज कर
१ आज का स्वागत करो। यही जीवन है, जीवन का सार है । मानव अस्तित्व की सभी विविधताएं, वास्तविकताएं इसी में निहित हैं। इसमें विकास का वरदान है, कर्म का माहात्म्य
है और सिद्धि का वैभव है। २ ऐसा न सोचें कि अवसर दोबारा द्वार खटखटायेगा। ३ विचार उठा, अवसर मिला और काम पूरा किया-यही मूल मंत्र है समय का पूरा-पूरा उपयोग करने और विचारों को सार्थक करने का। ४ तुम काम करने के लिए जिस उपयुक्त क्षण की प्रतीक्षा करते
हो, वह यही क्षण है। ५ जीवन का कोई भरोसा नहीं, नेक काम के लिए समय की
प्रतीक्षा न करो। ६ कल की प्रतीक्षा न करो, कौन जाने जीवन का कल आयेगा
या नहीं। ७ बीती रात कभी वापस नहीं लौटती। ८ वर्तमान में ही सब कुछ होता है, अतीत अभिव्यक्त होता है
वर्तमान में और भविष्य जन्म लेता है वर्तमान में। ६ किसी काम को कल के लिए छोड़ना सचमुच सदा के लिए
छोड़ने जैसा है। १० अपना काम बनाने में शीघ्रता करो, क्योंकि जीवन के दिन
बहुत ही शीघ्र बीते जा रहे हैं। परोपदेश में ही आयु बिता दोगे तो न तुम्हारा कल्याण होगा और न कोई जबानी खर्च से दूसरों का ही दुःख दूर होगा। पहले धनी बनो, फिर बांटो।
काल करे सो आज कर
३७
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org