________________
● से बेमि-अप्पेगे अंधमभे अप्पेगे अंधमच्छे | • अप्पेगे संपमारए अप्पेगे उद्दवए । • अप्पेगे पायमन्भे अप्पेगे पायमच्छे अप्पेगे सीसमन्भे अप्पेगे सीसमच्छे ।
• संति पाणा पुढोसिया ।
प्रवचन २
०
o
० छज्जीवणिकाया पण्णत्ता, तं जहा -
पुढविकाइया, आउकाइया, तेउकाइया, वाउकाइया, वणस्सइकाइया, तसकाइया |
[ ठाणं ६/६ ]
संकलिका
[ आयारो १/२८-३०]
[ आयारो १ / १६ ]
षड् जीवनिकायः दुर्लभ विषय
महावीर का मौलिक अवदान
पंचभूत: षड् जीवनिकाय
Jain Education International
O
• व्यक्त चेतना : अव्यक्त चेतना
० संवेदन का प्रश्न
• बेकस्टर के प्रयोग
• बोगेल का निष्कर्ष
• पर्यावरण का सिद्धांत : जीव-संयम ० दो निदर्शन : सुख-दुःख संवेदन • मॉडर्न रिसर्च का विश्लेषण ० प्रश्न इन्द्रियातीत चेतना का
इन्द्रियातीत चेतना : जागरण का सूत्र
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org