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जीवन की पोथी
की बीमारी को समझे, सचाई को स्वीकार करें फिर उसका उचित उपचार करें। चंचलता को समझना, उसका उपचार करना और आलंबनों का अभ्यास करना, यह जागरूकता का पहला लक्षण है।
जागरूकता का अर्थ है-यथार्थ का स्वीकार ।
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