________________
आत्म-विश्वास
जिसे अपने-आपपर भरोसा नहीं, उसके लिए यह दुनिया भयंकर होगो और भरा होगा उसके लिए इस दुनियामें जहरका समन्दर । पर मेरे लिए तो यह दुनिया बहुत ही मधुर है, बहुत हो सुखद और बहुत ही प्यारी। वह इसलिए कि मेरा प्यारा प्रभु परिस्थितिकी खिड़कीसे कभी नहीं झाँकता।
भाव और अनुभाव
१२५
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org