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विसर्जन का महामस्तकाभिषेक करें १५ क्षमता नहीं कि गुरुदेव के विसर्जन का अभिषेक कर सकूँ किन्तु मैं बचपन से ही भिक्षु स्वामी के प्रति ज्यादा श्रद्धाशील रहा हूं। मैं चाहता हूं कि आचार्य भिक्षु और जयाचार्य मेरी बात वहां बैठे-बैठे सुन लें और अपने भक्त का एक काम करें कि गुरुदेव ने जो विसर्जन किया है, उस विसर्जन का महामस्तकाभिषेक करने के लिए आप दोनों स्वयं इस धरती पर पधारें।
* आचार्य पदाभिषेक के बाद मर्यादा-महोत्सव पर प्रदत्त वक्तव्य।
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