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________________ कौन शरण देगा, कौन त्राण देगा ? कौन सहयोग देगा ? वह आश्वासन चाहता है, इस बात का। इस आश्वासन के लिए परिवार नाम का एक छोटा संगठन पैदा हुआ। विश्वास दूसरी अपेक्षा है-विश्वास। वह कौन है, जिस पर भरोसा किया जा सके। कौन संकट के क्षण में हमारे काम आएगा। किन पर भरोसा किया जा सकता है, सारी संपदा की चाबियां सौंपी जा सकती हैं। सारे रहस्य जिन्हें बताए जा सकते हैं और जिन्हें जीवन-मरण का साथी माना जा सकता है, उनका चुनाव जरूरी है। परिवार-निर्माण के पीछे विश्वास एक बड़ा हेतु रहा है। परस्पर का विश्वास, इतना गहरा विश्वास कि जिसे कोई दूसरा आसानी से तोड़ न सके। विकास तीसरी अपेक्षा है विकास । मनुष्य विकास चाहता है। जहां है, वहां रहना नहीं चाहता, आगे बढ़ना चाहता है। विकास के लिए एक संगठन की जरूरत होती है। इसके लिए उसने परिवार को चुना। वहां विकास की संभावनाएं हैं। जरूरी है सामूहिक मनोबल विकास के लिए सामूहिक मनोबल बहुत जरूरी है। समाज मनोविज्ञान में सामूहिक मनोबल का बड़ा महत्त्व है। जेम्स ड्रेकर ने मनोबल के तीन घटक बतलाए हैं आत्मनियंत्रण • आत्मविश्वास (सेल्फकान्फिडेंस) • अनुशासित क्रिया (डिसिप्लिन्ड एक्शन) जहां ये नहीं होते हैं, वहां सामूहिक मनोबल नहीं होता और सामूहिक मनोबल के बिना कोई भी संगठन चाहे वह छोटा हो या बड़ा, कभी चल नहीं सकता, विकास की गति आगे बढ़ नहीं सकती। पारिवारिक सामंजस्य : १३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003059
Book TitleNaya Manav Naya Vishwa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherAdarsh Sahitya Sangh
Publication Year1996
Total Pages244
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Discourse, & Spiritual
File Size10 MB
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