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________________ का ऐसा संतुलन रहा कि न तो अहंकार आया और न किसी प्रकार की हीन भावना ही पनपी । सबसे बड़ी समस्या जिसने सामायिक की सिद्धि कर ली, वही ऐसी अनुभूति कर सकता है । दुनिया की सबसे बड़ी समस्या गरीबी नहीं है । यह एक समस्या तो है किन्तु सबसे बड़ी समस्या नहीं है। मेरी दृष्टि में सबसे बड़ी समस्या है असंतुलन की । न जीवन में संतुलन, न व्यवस्था में संतुलन । मनुष्य ने अपना संतुलन खो दिया है । जीवन के सारे बोझ को मात्र एक पलड़े में डाल दिया है । अध्यात्म की साधना को बिल्कुल भुला सा दिया है। आज व्यावहारिक जीवन में समता का सूत्र नहीं मिलता । उसमें मिलता है स्पर्धा का सूत्र । प्रत्येक व्यक्ति सोचता है, वह इतना करे तो हम इतना करें। प्रत्येक क्षेत्र में कदमकदम पर स्पर्धा चलती है । समता का सूत्र अध्यात्म का सूत्र है । सामायिक की साधना में इन बातों पर ध्यान केन्द्रित होना आवश्यक है उच्चारण शुद्ध हो । सामायिक का अर्थ ज्ञात हो । यह अनुप्रेक्षा होनी चाहिए - मैं समता के किन सूत्रों की साधना कर रहा हूं । किन सावद्य योगों को मैं छोड़ रहा हूं और किन निखद्य योगों की प्राप्ति की चेष्टा कर रहा हूं । अनुप्रेक्षा का यह विवेक सामायिक के साथ जुड़ जाए तो सारे व्रत स्वयमेव सध जाएं । यदि यह पूछा जाए - एक शब्द में भगवान् महावीर का धर्म क्या है तो इसका उत्तर होगा- सामायिक । इतने महत्वपूर्ण अनुष्ठान की साधना पहली आवश्यकता है। इसे अपना कर अपने जीवन को सार्थक और सफल बनाएं | Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003052
Book TitleJain Dharma ke Sadhna Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherAdarsh Sahitya Sangh
Publication Year
Total Pages248
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size10 MB
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