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________________ महाप्रज्ञ-दर्शन शरीर रसायन विद्युत् मस्तिष्क कोशिका सूक्ष्मशरीर- कार्मणशरीरदर्शनादात्मदर्शनम् ३०० o आत्मा तक पहुंचने के लिए सात बिंदुओं को देखना होगा१. शरीर को देखना २. शरीर में होने वाले परिवर्तनों - रसायनों को ..... ७. स्थूल शरीर की सीमा को पार कर सूक्ष्म शरीर तैजस् को... और वहाँ से आगे सूक्ष्मतम - कार्मण शरीर को । ३. शरीर की विद्युत् के आवेशों... ४. उस विद्युत् द्वारा होने वाले मस्तिष्कीय परिवर्तनों.... ५. प्रत्येक कोशिका को.... ६. उसमें होने वाली प्रक्रिया • क्रियात्मक-संतुलित - ज्ञानात्मक सत्याभिमुख व्यवहाराः आध्यात्मिकाः आध्यात्मिक व्यवहार का पहला सूत्र- क्रियात्मक व्यवहार, दूसरा सूत्र - संतुलित व्यवहार, तीसरा सूत्र - ज्ञानात्मक व्यवहार, चौथा सूत्र - सत्याभिमुख व्यवहार O • कायोत्सर्ग-अप्रमाद-भावना-अनुप्रेक्षा- प्रेक्षा आत्मदर्शनोपायाः अपने आपको देखने का पहला सूत्र - कायोत्सर्ग ० दूसरा सूत्र - अप्रमाद तीसरा सूत्र - भावना चौथा सूत्र - अनुप्रेक्षा पांचवां सूत्र - प्रेक्षा श्वास-शरीर-चैतन्यकेन्द्र- प्रेक्षाः वृत्तिनिरोधोपायाः उपवास ऊनोदरी-आसनानि च साधना करते समय उत्पन्न वृत्तियों को रोकने के साधन हैं१. श्वास को देखना २. शरीर को देखना ३. चैतन्य केन्द्रों को देखना ४. उपवास करना ५. कम खाना ६. आसन करना । • श्वास-स्थूल सूक्ष्म-कार्मण- शरीरावलम्बनेन द्रष्टुं ज्ञातुं सामर्थ्यम् देखने और जानने की क्षमता के विकास के लिए श्वास, स्थूल शरीर, सूक्ष्म शरीर और अति सूक्ष्म शरीर का आलम्बन लें । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003049
Book TitleMahapragna Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDayanand Bhargav
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2002
Total Pages372
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size14 MB
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